बी ए - एम ए >> बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शिक्षाशास्त्र - शैक्षिक आकलन बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शिक्षाशास्त्र - शैक्षिक आकलनसरल प्रश्नोत्तर समूह
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बीए सेमेस्टर-5 पेपर-1 शिक्षाशास्त्र - शैक्षिक आकलन - सरल प्रश्नोत्तर
अध्याय - 4
बुद्धि एवं बुद्धि का मापन
(Intelligence and Measurement of Intelligence)
प्रश्न- बुद्धि के प्रत्यय / अवधारणा को बताते हुए उसके अर्थ एवं परिभाषा तथा बुद्धि की विशेषताओं पर प्रकाश डालिए।
अथवा
बुद्धि के प्रत्यय / अवधारणा पर टिप्पणी लिखिए।
अथवा
बुद्धि को परिभाषित कीजिए।
अथवा
बुद्धि की विशेषताएँ कौन-कौन सी है?
उत्तर -
(Concept of Intelligence)
बुद्धि इतना जटिल प्रत्यय है कि इसकी परिभाषा पर मनोवैज्ञानिकों में आपसी सहमति नहीं है। जिसे हम बुद्धि कहते हैं उसे कई तरह से अभिव्यक्त किया जा सकता है। एक विद्यालय का शिक्षक उस विद्यार्थी को बुद्धिमान मानता है जो अपना पाठ जल्छी से याद कर लेता है। एक कारखाने वाला फोरमैन अपने प्रशिक्षु को तब तक होनहार युवा मानता है जब तक वह अपने हाथों और औजारों के साथ काबिल और कुशल हो। शिक्षक व फोरमैन सब इस बात पर सहमत होंगे कि वे 'दक्षता' का जो विवरण दे रहे हैं उसे वे बुद्धिमान व्यवहार कह सकते हैं। रोजमर्रा की परिस्थितियों अथवा रोजमर्रा की परेशानियों को दक्षता से हल करना ही शायद 'सामान्य बुद्धि' की एक व्यवहारिक परिभाषा है।
व्यक्तियों की पारस्परिक भिन्नता जानने में बुद्धि एक मुख्य घटक है। किसी व्यक्ति की बुद्धि जानने से यह भी ज्ञात होता है कि वह अपने पर्यावरण के अनुरूप अपने व्यवहार को किस प्रकार अनुकूलित करता है। इस खण्ड में आप बुद्धि तथा उसके विभिन्न स्वरूपों के बारे में पढ़ेंगे। सामान्यजन बुद्धि के स्वरूप के बारे में जो समझते हैं, मनोवैज्ञानिकों द्वारा उससे बिल्कुल भिन्न ढंग से इसे समझ जाता है। यदि आप किसी बुद्धिमान व्यक्ति के व्यवहारों का प्रेक्षण करें तो पायेंगे की उसमें मानसिक सतर्कता, हाजिर-जवाबी, शीघ्र सीख लेने की योग्यता और संबंधों को समझ लेने की योग्यता जैसे अनेक गुण होते हैं।
ऑक्सफोर्ड शब्दकोष ने बुद्धि को प्रत्यक्षण करने, सीखने, समझने तथा जानने की योग्यता के रूप में परिभाषित किया है। बुद्धि के प्रारम्भिक सिद्धान्तकारों ने भी इन्हीं गुणों के द्वारा बुद्धि को परिभाषित किया था। अल्फ्रेड बिने बुद्धि के विषय में शोधकार्य करने वाले पहले मनोवैज्ञानिकों में से एक थे। उन्होंने बुद्धि को अच्छा निर्णय लेने की योग्यता और अच्छा तर्क प्रस्तुत करने की योग्यता के रूप में परिभाषित किया।
सन् 1921 में जर्नल ऑफ एजूकेशनल साइकोलॉजी ने 14 प्रमुख मनोवैज्ञानिकों की बुद्धि की प्रकृति के सम्बन्ध में लेखों की एक श्रृंखला प्रकाशित की। यद्धपि बुद्धि के सम्बन्ध में उनमें काफी कुछ सहमति थी फिर भी यह कहना गलत न होगा कि इन लेखों से बुद्धि के सम्बन्ध में किंचित भिन्न-भिन्न प्रत्यय उभरकर सामने आए। कुछ मनोवैज्ञानिकों ने बुद्धि की अनुकूलन प्रकृति (Adaptive Nature) पर मुख्य बल दिया, कुछ बुद्धि को सीखने की योग्यता के रूप में स्वीकार करते हैं। तो कुछ अमूर्त चिन्तन की योग्यता को बुद्धि मानते हैं। अन्य ने विगत अधिगम की मात्रा के रूप में बुद्धि को देखा। फ्रीमैन ने बुद्धि की अनेक परिभाषाओं का विश्लेषण किया तथा कहा कि इन सभी परिभाषाओं को निम्नांकित तीन वर्गों में बाँटा जा सकता है-
1. समायोजन करने की योग्यता के रूप में बुद्धि,
2. बुद्धि सीखने की योग्यता है, तथा
3. बुद्धि अमूर्त चिन्तन की योग्यता है।
(Definitions of Intelligence)
1. स्टर्न के अनुसार, "नवीन परिस्थितियों के साथ समायोजन करना ही बुद्धि है।" 2. बर्ट के अनुसार, "सापेक्षतया नवीन परिस्थितियों में अभियोजित करने की योग्यता को बुद्धि कहते हैं।'
3. बकिंघम के अनुसार, "सीखने की योग्यता बुद्धि है।"
4. मैक्डूगल के अनुसार, “बुद्धि जन्मजात प्रवृत्ति को अतीत के अनुभव के प्रकाश में सुधारने की योग्यता है।'
5. टरमैन के अनुसार, "बुद्धि अमूर्त चिन्तन की योग्यता है।'
6. बिने के अनुसार, "किसी समस्या को समझना, उसके विषय में तर्क करना तथा किसी निश्चित निर्णय पर पहुँचना बुद्धि की आवश्यक क्रियाएँ हैं।'
7. वैश्लर के अनुसार, "बुद्धि व्यक्ति की सम्पूर्ण शक्तियों का योग या सार्वभौमिक योग्यता है, जिसके द्वारा वह उद्देश्यपूर्ण ढंग से कार्य करता है, तर्क पूर्ण ढंग से सोचता है तथा प्रभावपूर्ण ढंग से वातावरण के साथ सम्पर्क स्थापित करता है।'
(Characteristics of Intelligence)
1. बुद्धि एक जन्मजात योग्यता है।
2. बुद्धि के द्वारा व्यक्ति पूर्व अनुभवों से लाभ उठाने में समर्थ होता है।
3. बुद्धि के द्वारा व्यक्ति अपने वातावरण के साथ सफल समायोजन स्थापित करता है।
4. लिंग भेद के आधार पर बुद्धि में कोई अन्तर नहीं होता है।
5. बुद्धि अमूर्त चिन्तन की योग्यता है।
6. बुद्धि समस्या को समझने का प्रयास करती है और उसे समझकर मस्तिष्क को निर्णय लेने के लिए प्रेरित करती है।
7. बुद्धि व ज्ञान में अन्तर होता है।
8. बुद्धि विभिन्न योग्यताओं का समूह है।
9. बुद्धि द्वारा अर्जित ज्ञान का नई परिस्थितियों में उपयोग किया जा सकता है। 10. बुद्धि सीखने की योग्यता है।
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